A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
शिव भजन
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। more info निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते shiv chalisa lyricsl मोहि आन उबारो॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥